एक्शन फिल्मों के शौकीनों को पसंद आएगी 'कमांडो 3'

 

कलाकार: विद्युत जामवाल, गुलशन देवैया, अदा शर्मा, अंगीरा धर, राजेश तैलंग, सुमीत ठाकुर आदि। 

कभी बॉलीवुड में एंग्री यंग मैन का जलवा था। एक नायक जो समाज के बुरे तत्वों से लड़ता था। उसमें सब कुछ बड़े स्तर पर होता था। मारधाड़, प्यार इमोशन का मिश्रण भी मसालेदार होता था। अब जो फिल्में बन रही हैं वे कंटेंट बेस्ड हैं। रियल के नजदीक की फिल्में, लेकिन अभी भी कुछ निर्माता बीच-बीच में एक्शन फिल्मों का छौंक लगाते हैं। 

निर्देशक आदिय दत्त की 'कमांडो 3' भी भी एक्शन फिल्म है। हर कुछ देर बाद एक एक्शन सीन आता है यानि जबरदस्त मारधाड़ और फिल्म  अपने अनरियलिस्टिक क्लाइमेक्स के साथ अंत तक पहुंच जाती है।

कहानी है एक आतंकवादी बुराक अंसारी (गुलशन देवैया) जो लंदन में बैठ कर भारत के नक्शे पर अल्लाह लिखना चाहता है यानी उन शहरों में धमाके करना चाहता है जिनका पहला अक्षर अल्लाह में शामिल वर्ण हैं। अ से अयोध्या, ल से लातूर आदि और उसे रोकने वाले भारतीय देशभक्त कमांडो कारण सिंह डोंगरा (विद्युत जामवाल) के बीच चलने वाली लड़ाई की। इस लड़ाई में दो लड़कियां भी हैं भावना रेड्डी (अदा शर्मा) और मल्लिका (अंगिरा धर)। 

करण और भावना लंदन पहुंचते हैं वहां उनकी मुलाकात मल्लिका से होती है। तीनों मिलकर बुराक अंसारी के जाल को तोड़ देते हैं। 'कमांडो 3' के निर्देशक को पता है कि उसे कैसी फिल्म बनानी है और उसके दर्शक कौन होंगे। इस मामले में आदित्य दत्त पूरी तरह स्पष्ट हैं। उन्हें जबरदस्त एक्शन सीन देने थे दिए हैं। पहलवानों के साथ लड़ने से शुरू हुआ एक्शन बुराक अंसारी पर जाकर खत्म होता है। 

अभिनय की जहां तक बात है तो अपने अपने स्थान पर विद्युत, अंगिरा और अदा ने ठीकठाक अभिनय किया है। बुराक अंसारी के रोल में गुलशन देवैया भी जमे हैं। पटकथा में कई झोल हैं, खैर कहानी और पटकथा को तार्किकता को आधार पर नहीं लिखा गया है। चूंकि  फिल्म एक्शन वाली है तो उसपर ही ध्यान दिया गया है। जबरदस्ती गीतों को भी ठूंसने से बचा गया है यह अच्छी बात है। कुल मिला कर एक्शन फिल्मों के शौकीन इससे निराश नहीं होंगे।